Tuesday, July 13, 2021

अमावस की रात 🌑

 🌑


वो थी इक मनहूस अमावस की रात 🌑

जिस दिन छूटा मुझसे बाबूजी🧍 का साथ, 

मुझे जिन्दगी के मायने  अभी सिखाने थे उनको,

मेरा हाथ 🤝पकड़ कर चलना सिखाना  था उनको,

मुझे जमाने से लडकर जीतना💪 सिखाना था उनको, 

माँ की याद आने न दी कभी प्यार💕 इतना बरसाया ,

दुनिया, जहान से बहुत न्यारे थे मेरे बाबूजी, 

भीगने भी न दिए कोर मेरी ऑखों 👀के, 

पर न जाने कैसी आयी वो अमावस🌑 की रात, 

मेरा सब कुछ खत्म कर गई वो मनहूस अमावस🌑 की रात ।।



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