Tuesday, July 13, 2021

प्रदूषण

 प्रदूषण की मार से हैरान है बच्चे, बूढ़े और जवान, 

अब तो वीरान सा हो गया है नीला आसमान, 

पक्षियों की चहचहाट से रहता था जो गुंजायमान, 

परत दर परत से घुट रहा है अंतरिक्ष का ऑगन, 

तंग हो गये हैं तालाबों और नदियों के तट ,

धरा बन  गयी है प्लास्टिक और कचरे की खान,

धुंधला गये हैं तारे, सूरज और गगन का चाँद, 

अस्त व्यस्त हो गयी धरा है किससे करे दुख का बयान, 

हवा का बदला ऐसा रूख कि बिगड़ गया है सबका जीवन, 

आओ मिलकर प्रण ले  बचा लें धरती का सम्मान, 

बच्चों के लिए करना होगा हमको  शुद्ध धरा का निर्माण, 



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