1.दोस्त हो आपसा तो सफ़र क्या मंजिल भी आसाँ हो जायेगी,
साथ छूटेगा नहीं जब तक ये जिंदगी न हो जाये फ़ना
2.मिल जाएँ गर हम राह में पहचान लेना ,एक बार हमें अपनी आँखों में बसा लेना॥
रास्ते तो बहुत जाते होंगे तेरे दर पे ,पर जो मिले मुझे वो तेरे दर का ठिकाना होगा ॥
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