Saturday, August 13, 2016

आसाँ नहीं यूँ ही चले जाना

बदलते वक़्त के परिवेश में सब कुछ जैसे भागा सा जा रहा है, कहीं कोई ठहराव नहीं है खासकर आजकल की युवा पीढ़ी। आसानी से किसी भी हालत से घबरा कर उन्हें सिर्फ एक ही रह सूझती है जो सीधे - सीधे आत्महत्या के  प्रेरित करती है।
श्रीराम अय्यर ने अपनी पुस्तक The Story of a Suicide के द्वारा स्पष्ट किया है आत्महत्या के लिए मन को तैयार करना आसान नहीं है, हर विफल इंसान आत्महत्या कर ले यह भी जरूरी नहीं पर आजकल समस्याओं से जूझता युवा वर्ग आसानी से इस ओर अपने कदम बढ़ा लेता है.
मुझे याद है मेरे स्कूल के समय में बहुत हो होनहार और हर क्षेत्र में कामयाब होने वाली एक मेरी ही सहपाठी थी, जिस वर्ष वह स्कूल द्वारा आयोजित  एक प्रतियोगिता को उत्तीर्ण  नहीं कर पायी तो उसने खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. यह मेरे जीवन का बहुत ही  दर्दनाक किस्सा था जिसे मैं काफी समय तक अपने जेहन से निकाल नहीं पायी,  हाँ उससे मुझे प्रेरणा जरूर मिली किसी भी हालात से घबरा कर यूँ मौत को गले लगाना ही समस्याओं का निदान नहीं है, उनसे जूझ  कर जो अपने लिए रह आसान कर लें वो जिंदगी के असली मायने समझते है। 
 यही नहीं आज भी युवा वर्ग ही आत्महत्या आत्महत्या की ओर अधिक अग्रसर हो रहे हैं, फिर चाहे वो गांव का युवा वर्ग हो या शहर का। 
मानती हूँ आज हर क्षेत्र में  युवा वर्ग पर बोझ बढ़ता ही जा रहा है फिर वो चाहे पढाई हो खेलकूद हो या फिर भविष्य की चिंता हो, स्कूल में अच्छे से अच्छे नम्बर लाने  की होड़, घर पर माता- पिता का दबाब, आसपास जुड़े लोगो के द्वारा पूछे जाने की फ़िक्र में आज बच्चे वक़्त से पहले ही बड़े होते जा रहे है ऐसे हालात से उन्हें निपटने के प्रेरित करना होगा। उन्हें इन चुनौतियों से डटकर मुकाबला करने में हाँ उनके माता- पिता का सहयोग जरूरी है । 
श्री राम अय्यर की पुस्तक की कहानी कुछ हरि , चारु, सैम  मणि के इर्द गिर्द घूमती है, ये दोस्ती, प्यार, रिश्ते और विश्वासघात की कोई सीमा नहीं जानते हुए भी एक दुसरे से जुड़े हुए हैं । 
मुझे लगता है हम सभी को अपनी सोच सकारात्मक रख कर जीवन के मार्ग को आसान बनाना चाहिए।
इस पुस्तक में कुल ३१ अध्याय हैं जिसमें से छठा अध्याय दिल को छु लेने वाला  है ॥ 
http://www.storyofasuicide.com

 संघर्षों से भरी मन है ये जिंदगी, 
लड़कर मुसीबतों से उबर राह बनाये जो,
डरकर न लड़खड़ा जाये कदम,
काँटों भरी राह पर चलकर मंजिलें जो आसान बनाये,
है इंसान वो इस जहाँ में हर परिस्थिति में जो अडिग रहे,
घबरा कर मौत को गले लगाना भी कोई आसाँ नहीं,
गर ध्यान से नज़र डालें इस पुस्तक की हर कहानी पर,
हर अध्याय नयी दिशा दे रहा है जिंदगी को आसान बनाने की,
खूबसूरत रचना है ये, हर किरदार में गर खुद को तलाश लो,
खुद को हीरे सा तराश कर खुद की तुम पहचान बना लो ॥ 


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